काश के हम कुछ ऐसा कर पाते
अपनों को खुद पर फक्र करा पाते
अपनों को खुद पर फक्र करा पाते
हार को अपनी जीत में बदलकर
नाम को अपने सार्थक कर जाते
नाम को अपने सार्थक कर जाते
काश के हम कुछ ऐसा कर पाते….
हर ज़ख्म ने कुरेदा हमें बार बार
किस्मत ने धकेला हमें और दिए अनगिनत वार
किस्मत ने धकेला हमें और दिए अनगिनत वार
फिर भी अपनी जीत का डंका
काश हम भी बजाकर जाते
काश हम भी बजाकर जाते
काश के हम कुछ ऐसा कर पाते…
रिश्तों में धोखा खाया हमने
समय की चुनोतियों को झेला हमने
समय की चुनोतियों को झेला हमने
तूफानों को पार कर
काश हम अपना आशियाँ बचा पाते
काश हम अपना आशियाँ बचा पाते
काश के हम कुछ ऐसा कर पाते…
निराशा ना थी जीवन का आधार
हंस कर झेले थे हमने सबके वार
हंस कर झेले थे हमने सबके वार
पर आखिर में दम तोड़ चले हम
काश आखरी सांस तक हम भी लड़ पाते
काश आखरी सांस तक हम भी लड़ पाते
काश के हम कुछ ऐसा कर पाते….
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